यूनियनिस्ट राकेश सांगवान/ ए, एस, ख़ान/ स्टेट हेड जानकारी जंक्शन उ-प्र-लखनऊ
आज (26/12) सर सिकंदर हयात खान की पुण्यतिथि है ।
सर सिकंदर हयात 1937 में पंजाब के प्रीमियर बने थे । उनके कार्यकाल में यूनियनिस्ट सरकार ने पंजाब के देहात , किसान , मज़दूर व पंजाब में उद्योगों के लिए क़ानून बनाए वह पंजाब के विकास में मील का पत्थर साबित हुए । उस सरकार में बनाए मंडी एक्ट को बचाने के लिए तो आज देश में आंदोलन हो रहा है । सर सिकंदर हयात का यूनियनिस्ट पार्टी की सोच और उसके विकास कार्यों पर लिखा एक लेख “The Punjab Unionist Party , It’s record and objectives “ नाम से The Times of India अख़बार के दिनांक अप्रैल 1 , 1937 के पृष्ठ 28 पर छपा था ।
यूनियनिस्ट पार्टी का गठन 20 नवम्बर , 1923 को हुआ था और दिसम्बर 1923 में इसका मंत्रिमंडल बना था । शुरू में पार्टी का नाम नैशनल यूनियनिस्ट पार्टी था और इस पार्टी को कांग्रेस की तरह राष्ट्रीय पार्टी बनाने का लक्ष्य था परंतु किन्हीं कारणों से यह पूरा ना हो सका और प्लान बदल दिया गया और 1936 में पार्टी का नाम “पंजाब यूनियनिस्ट पार्टी” कर दिया गया । पार्टी का मुख्य लक्ष्य देहात का उत्थान था और इसके लिए क्या क्या किया वह लेख के Uplift Work कॉलम में पढ़ सकते है ।