साढ़ेसाती में चल रहे तेजस्वी बनेंगे बड़े नेता और संभाल सकते मुख्यमंत्री की कुर्सी:- बाबा-भागलपुर
भागलपुर, बिहार। बेहतरीन तरीक़े से चुनाव लड़ने के इतर तेजस्वी से कुछ ऐसी चूकें भी हुई हैं, जो महागठबंधन को सत्ता तक पहुंचाने में बाधक साबित हुईं। राजनीतिक जानकार के अनुसार कांग्रेस के दबाव में आकर उसे 70-सीटों पर उम्मीदवारी देने के लिए राज़ी हो जाना, तेजस्वी की सबसे बड़ी चूक मानी जा रही है तो ज्योतिषाचार्यों के कथनानुसार गलतफहमी, अति-उत्साह, अहम के मद्देनजर ज्योतिष परामर्श पर ध्यान नहीं देने की वजह से तेजस्वी को सत्ता का ताज नहीं बल्कि विपक्ष की पतवार मिली।

इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केंद्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी उर्फ बाबा- भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- हमारे द्वारा की गई भविष्यवाणी जो 05 जून 2018 से सितम्बर 2020 तक अनेकानेक बार कई हिन्दी समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई। जिसका शीर्षक:- बिहार में 15 वर्षों के बाद राजद गठबंधन की सरकार बनने के आसार!
वर्ष 2020 में ग्रहों के स्थिति नीतीश कुमार के लिए अनुकूल नहीं है जिसके फलस्वरुप नीतीश कुमार का करिश्मा ढलान पर होना प्रतीत हो रहा है और राजद गठबंधन के लिए सितारे बुलंद हैं। इसलिए बिहार में सत्ता परिवर्तन के योग ज्योतिष विद्या के आलोक में परिलक्षित हो रहा है। इसलिए तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हो सकते हैं। अतः शीघ्रताशीघ्र तेजस्वी यादव को कुछेक ज्योतिषीय उपाय करना चाहिए। लेकिन अति उत्साह व अहम् के मद्देनजर ज्योतिष परामर्श पर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
बाबा-भागलपुर ने ज्योतिषीय परिप्रेक्ष्य में स्पष्ट रूप से बतलाया कि:- तेजस्वी यादव का जन्म:- 9 नवंबर 1989 को दोपहर पटना में मकर लग्न में हुआ था। इनकी कुंडली में चन्द्रमा कुंभ राशि में केमद्रुम योग में हैं और शनि की साढ़ेसाती में चल रही है। तेजस्वी की कुंडली में द्वादश यानि व्यय भाव में लग्नेश शनि और शुक्र एक बड़ा राजयोग बना रहे हैं। शुक्र और शनि पर संघर्ष स्थान यानी छठे भाव से गुरु की दृष्टि पड़ रही है जिसके प्रभाव से वर्ष 2015 ईo के बिहार विधानसभा की चुनाव में बड़ी जीत के बाद उपमुख्यमंत्री का पद प्राप्त कर लेने पर भी उनकी पार्टी राजद 17 महीने तक ही सरकार में रह सकी। उस समय विंशोत्तरी दशा में बुध में बुध की चल रहे तेजस्वी यादव को उनके गठबंधन धर्म के सहयोगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीच मझधार में छोड़ भारतीय जनता पार्टी के साथ हो गए थे। इस सन्दर्भ में हमारी भविष्यवाणी शत-प्रतिशत सही साबित हुई थी।
तेजस्वी की जन्मकुण्डली में बुध ग्रह दशम भाव में नीच के सूर्य और पाप ग्रह मंगल के साथ पीड़ित हैं। इनकी जन्मकुंडली में पिता स्थान पर शनि की दसवीं दृष्टि पड़ रही है जिसने इनके पिता को उनसे दूर कारावास में पहुँचा दिया है। लेकिन वर्तमान में तेजस्वी यादव बुध में शुक्र की शुभ दशा में चल रहे हैं। शुक्र उनकी जन्मकुंडली में व्यय भाव में होकर भी एक प्रबल राजयोग बना रहा है। इस योग के प्रभाव से तेजस्वी यादव निकट भविष्य में मुख्यमंत्री बन सकते हैं। मकर राशि में चल रही शनि की साढ़ेसती संघर्षोपरान्त इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा नेता बनाकर ख्याति दिलाएगी। बुध में शुक्र की शुभ दशा के फलस्वरूप तेजस्वी यादव मई 2021-से-जून 2022 के मध्यस्थ अपनी गृहस्थी की शुरुआत कर सकते हैं।
बाबा-भागलपुर की अनेकानेक (एक-दो को छोड़कर) भविष्यवाणी सही हुई और इतिहास के पन्ने में स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गई। ऐसे में कह सकते हैं कि बाबा-भागलपुर की भविष्यवाणी को ऐसा गौरव मिला जिसे इतिहास कभी भूला नहीं सकेगा।