दिनांक 12.01. 2021 दिन मंगलवार को पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर नरगाकोठी चंपानगर भागलपुर में विद्यालय परिवार द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का प्रारंभ वंदना स्थल पर स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य, अभिजीत आचार्य, सुबोध झा ,मनोज तिवारी एवं रेणु कुमारी द्वारा माल्यार्पण, पुष्पार्चण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।

प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य ने कहा कि अपने देश में कई ऐसे महापुरुष हुए हैं जिनके जीवन और विचार से हम सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उनके विचार ऐसे हैं कि निराश व्यक्ति भी अगर उसे पढ़े तो उसे जीवन जीने का नया मकसद मिल सकता है। इन्हीं में से एक है स्वामी विवेकानंद। भारत के ज्ञान, संस्कृति और दर्शन को विश्व भर में दिग्विजय करने वाले स्वामी विवेकानंद को आज इस जयंती के अवसर पर नमन करता हूं। स्वामी जी स्वयं युवाओं, गतिशीलता और जीवंतता के प्रतीक थे। यह दिवस भारतीय संस्कृति, अस्मिता व चिंतन परंपरा के प्रकाश पुंज और युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे।
शशिकांत गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के मार्गदर्शक व अध्यात्मिक गुरू थे। आज जरूरत है स्वामी विवेकानंद जी के मूल्यों का अनुसरण कर एक सशक्त भारत व सभ्य समाज का निर्माण करना।
संजीव ठाकुर ने कहा की स्वामी जी आधुनिक भारत के महान चिंतक, महान देशभक्त, विचारक, दार्शनिक और युवाओं के प्रेरणा स्रोत। स्वामी विवेकानंद के विचार समाज एवं देश को जीवन दर्शन का लाभ देने वाला है।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य ,शशि भूषण मिश्र, अभिजीत आचार्य ,मनोज तिवारी, अमर ज्योति, नरेंद्र कुमार, सुबोध झा, सुबोध ठाकुर, संजीव ठाकुर ,गोपाल सिंह ,राजेश कुमार ,रोहन कुमार ,अंजू रानी, रेनू कुमारी ,कविता पाठक एवं समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित थे।
