रिपोर्ट-मोहम्मद नदीम ब्यूरो चीफ पीलीभीत।
जिला पीलीभीत में झोलाछाप डॉक्टरों का फैला है मकड़जाल आखिर किसने दिया इन्हें लोगों की जिंदगी से खिलबाड़ करने का लाइसेंस किसके सहारे इतनी तानाशाही से कर रहे है प्रैक्टिस ।
कब कसेगा प्रशासन इन पर लग़ाम एक दो पर कार्यवाही करके अधिकारी झाड़ लेते है अपना पल्ला आखिर क्यों नही
माफियाओ पर शिकंजा कसा जा रहा है।
Bams bums bhms की फ़र्ज़ी डिग्री लगाकर बिना रजिस्ट्रेशन कराए सीना तान कर अंग्रेज़ी दवाओं से लोगों का इलाज कर रहे है।अपने आप को डिग्रीधारक बता रहे है जबकि सच्चाई कुछ और है अगर इनकी जांच की जाए तो आधे से ज्यादा के रजिस्ट्रेशन नही निकलेंगे।
इनकी डिग्री की जांच होना चाहिए दूध का दूध पानी का हो जाएगा। अंग्रेज़ी दवाओं से तो सिर्फ mbbs ही इलाज कर सकते है आखिर कब तक पनपता रहेगा इन लोगों का गोरखधंधा।कब कसी जाएगी इन फ़र्ज़ी डिग्री बिना रजिस्ट्रेशन के चलाने वाले डॉक्टरों पर नकेल।
बात यहीं खत्म नहीं होती है इसकी आड़ में मेडिकल स्टोर ड्रग हाउस भी भरपूर फायदा उठा रहे हैं जिन्हें सही से बीमारियों के बारे में जानकारी भी नहीं है डी फार्मा बी फार्मा लगाकर मेडिकल चलाते हैं वह भी मरीजों को देखने से नहीं चूक रहे हैं धड़ल्ले से मेडिकल की आड़ में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं इन लोगों को प्रशासन का कोई डर नहीं है लोगों के साथ छल कपट कर उनको हर बीमारी की दवाइयां दे रहे हैं।पत्रकारों पर करेंगे प्रशानिक अधिकारी कार्यवाही जहानाबाद में प्रेस कार्यालय को फर्जी क्लीनिक बना कर गंभीर धाराओ में केस दर्ज कर दिया।एक बेकसूर पत्रकार को एक फर्जी डॉक्टर बनाकर अपराधी बना दिया जबकि
माफिया खुलेआम फ़र्ज़ी क्लिनिक चला रहे है उन पर कोई कार्यवाही नही हो रही है।पत्रकार के आफिस को क्लिनिक दर्शाकर मुजरिम बना दिया जबकि जहानाबाद में 50 से ज्यादा डॉक्टर दुकाने सजाकर लोगों का इलाज कर रहे है उन पर मेहरबानी आखिर क्या वजह है।