नोबेल शुगर लिमिटेड की मनमानी किसानों को दे रही परेशानी।
रिपोर्ट-मोहम्मद नदीम ब्यूरो चीफ पीलीभीत।
बरखेड़ा! बरखेड़ा की नोबेल शुगर लिमिटेड द्वारा मनमानी करने से किसान परेशान हो रहे हैं जिस तरह से नोबल शुगर लिमिटेड द्वारा मनमानी करते हुए बिना किसी सूचना चस्पा किए किसानों का पौधा गन्ना नहीं लिया जा रहा है उससे किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि दूर-दूर से ट्राली में भरकर किसान गन्ना बेचने नोबेल शुगर मिल लाते हैं तो वहां बैठे नोबेल मिल के करमचारी गन्ने में कोई ना कोई कमी बताकर लेने से मना कर देते हैं और किसान परेशान होकर इधर उधर भटकने लगता है तभी वहां पर सक्रिय दलाल किसान से संपर्क करके गन्ने को कम दामों पर खरीद लेते हैं रिजेक्ट की हुई ट्राली दलालों के माध्यम से बजाज शुगर लिमिटेड में या फिर रात्रि में नोबेल शुगर लिमिटेड में तौली जाती है इस तरह से छोटी फैक्ट्री तथा बड़ी फैक्ट्री के कर्मचारियों तथा दलालों की जुगलबंदी के चलते किसानों को चूना लगाया जा रहा है आपको बता दें कि जिस तरह से देशभर में किसानों को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं तथा सरकार किसानों के मामलों को लेकर गंभीर है बावजूद इसके किसानों का शोषण रुकने का नाम नहीं ले रहा जनपद पीलीभीत में गन्ना किसान परेशान है क्योंकि जनपद पीलीभीत गन्ना उत्पादन में अग्रणी जनपदों में से एक है और बड़ी संख्या में किसान जनपद में गन्ने की फसल लगाते हैं जिससे कि उन्हें इकट्ठा पैसा मिल जाए परंतु बरखेड़ा के बजाज शुगर मिल द्वारा समय से किसानों को पर्ची ना उपलब्ध करा पाने से तथा गलत तरह से किसानों की सर्वे होने के चलते किसानों की पर्चियां मिल द्वारा समय से ना मिल पाने और देरी से भुगतान के चलते किसान नगद में अपना गन्ना बेचने को मजबूर होते जिसका फायदा नगद क्रेशर वाले तथा उसके आसपास खड़े दलाल उठाते हैं और किसानों का शोषण कर अपनी जेव गर्म करते हैं।