भागलपुर, बिहार। दल-बदल मामले में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने उच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) में कैविएट दाखिल की है। ऐसा उन्होंने दल बदल मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से राहत मिलने के बावजूद इस आशंका के साथ किया है कि इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष उच्चतम न्यायालय जा सकती है। कैविएट दाखिल कर उन्होंने कहा है कि अदालत में उनकी बातें भी सुनी जाए।

बाबूलाल मरांडी को इस सम्बन्ध में संत-साधक और भविष्यवेत्ता बाबा-भागलपुर से परामर्श लेना चाहिए था क्योंकि विगत वर्ष पूर्व झारखण्ड प्रदेश में विधानसभा का चुनाव परिणाम आने व हेमन्त सोरेन सरकार गठित होने के कुछेक दिनों के बाद ही झारखण्ड सरकार व बाबूलाल मरांडी के सम्बन्ध में बाबा-भागलपुर की विस्तृत भविष्यवाणी कई हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में 13 जनवरी 2020 को प्रकाशित हुई थी। जो बाबूलाल मरांडी के सम्बन्ध में की गई भविष्यवाणी सत्यता की दहलीज पर द्रुत गति से पहुँची लेकिन बाबूलाल मरांडी ने भविष्यवाणी पर ध्यान देना उचित नहीं समझा और अहम-वहम के चक्कर में पहुँच गये सुप्रीम कोर्ट। जिस समय यह भविष्यवाणी प्रकाशित हुई थी उस समय बाबूलाल मरांडी झारखण्ड विकास मोर्चा के संस्थापक-अध्यक्ष थे और झारखंड विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध लड़े थे। हेमन्त सोरेन सरकार गठित होने के लगभग दो माहों के बाद बाबूलाल मरांडी की पार्टी की विलय भारतीय जनता पार्टी में हो गई। इस प्रकरण से यह कहावत चरितार्थ हुई कि प्यार, युद्ध और राजनीति में सबकुछ जायज है।

आईये जानते हैं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग्य शोध केन्द्र बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौंधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ की भविष्यवाणी जिसका शीर्षक:- महागठबंधन में पड़ सकती है फुट और झारखंड में खिल सकता है कमल फूल! हेमंत सोरेन की जन्मकुण्डली में चल रही शुभ ग्रह देव गुरु बृहस्पति की शानदार दशा प्रदेश के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पद मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान करवाया। हेमंत सोरेन की शपथ ग्रहण कुंडली और जन्मकुंडली के योगों से पता चलता है कि झारखंड की नई सरकार जल, जंगल, जमीन और महिलाओं के कल्याण के लिए विशेष रूप से प्रयासरत रहेगी। झारखंड में महागठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है और निर्दलीय सहित अन्य दलों के विधायकों का भी समर्थन हेमन्त सरकार को प्राप्त है। यानी बहुमत से आँकड़े ज्यादा है। अब यहाँ ज्योतिषीय दृष्टिकोण से प्रश्न उठता है कि क्या हेमंत सोरेन सरकार कार्यकाल पूरा करेगी? हेमन्त जी के जन्मकुंडली के पंचम भाव में बैठे शुभ ग्रह गुरु की महादशा में केतु का अंतर चल रहा है जो कि संघर्ष के स्थान यानी छठे भाव में पंचमेश मंगल के साथ स्थित हैं। केतु की अन्तर्दशा हेमंत सोरेन की जन्मकुण्डली में दस महीने तक चलेगी। तत्पश्चात नवम भाव में बैठे लाभेश शुक्र की अन्तर्दशा बृहस्पति की महादशा में चलेगी। फलितकारों ने इसे अत्यंत खराब माना है। अतः दैनिक ग्रहों की स्थिति, शपथ ग्रहण का योग व शुक्र की अन्तर्दशा के क्रम में मुख्यमंत्री परिवर्तन या अन्तर्कलह के वजह से महागठबंधन में पड़ सकती है फुट और झारखंड में खिल सकता है कमल फूल। अतः ज्योतिर्विद्या के आलोक में झारखंड प्रदेश में निकट भविष्य में भाजपा गठबंधन की सरकार भी बन सकती है या मुख्यमंत्री परिवर्तन और बाबूलाल मरांडी सत्ता पक्ष या विपक्ष में मुख्य चेहरे के रूप में नजर आ सकते हैं।
इस सम्बन्ध में संत-साधक व भविष्यवेत्ता, बाबा-भागलपुर से सम्पर्क स्थापित करने पर उन्होंने स्पष्ट शब्दों में बतलाया कि अगर शीघ्रताशीघ्र बाबूलाल मरांडी जी ज्योतिष उपाय नहीं करवाते हैं तो इनको पद प्राप्ति में अनावश्यक विलम्ब और विभिन्न तथा विचित्र प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।